*दिल को छू लेने वाली घटना*
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कल रात मैं देहरादून से घर वापस आ रहा था।
ISBT में मोड़ पर एक वृद्ध, पैरों से विकलांग भिखारी ने आवाज़ दी....
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"सवेरे से भूखा हूँ बेटा,
कुछ दया करो।"
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मेरा दिल भर आया और मैंने अपने रास्ते के लिए रक्खा चिप्स का पैकेट और कोलड्रिंक बैग से निकालकर उस वृद्ध भिखारी को दे दिया और आगे बढ़ने लगा।
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तभी भिखारी ने मुझे फिर आवाज दी।
वैसे तो मुझे जल्दी थी पर उसके आवाज देने पर मैं रुक गया और पलटकर उसके पास आया।
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वृद्ध भिखारी ने मुझे स्नेह से देखा और अपने फटे हुए थैले से दिन भर भीख मांगकर इकठ्ठे किये हुऐ 140/-रुपये निकाल कर मेरी हथेली पर रख दिए।
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मेरा गला भर आया ओर हकबका कर बोला:
बाबा ये क्या!
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वृद्ध भिखारी ने ममतापूर्ण स्वर में कहा:
बेटा! तुमने इतने प्यार से मुझे अपनें लिए रखा ये चिप्स का पैकेट और कोलड्रिंक दिया...
तो मै अब मजबूर हो गया हूं


























और मेरा
अब मूड बन गया है
बस सामने की वाइन शॉप से एक क्वार्टर ला दो।
ईश्वर तुम्हारा भला करेंगा।
😱😱😜😜😜😜😂😂😂

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