गांव में प्रवचन हो रहे थे।
महाराज बोले - "मृत्यु एक अटल सत्य है।
इस गांव का प्रत्येक मनुष्य कभी न कभी अवश्य मरेगा।
महाराज के वचन सुनकर वहां उपस्थित गांव के सभी श्रोता रोने लगे।
उन्हीं के बीच बैठा झामलु ज़ोर जोर से हंसने लगा।
महाराज को उसपर बहुत दया आयी।
उन्होनें पुछा - " क्यों हंस रहे हो ?
झामलु - "मैं इस गांव का नहीं हूँ "
.....
महाराज ने उसे तबला फैंक कर मारा। !!!
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महाराज बोले - "मृत्यु एक अटल सत्य है।
इस गांव का प्रत्येक मनुष्य कभी न कभी अवश्य मरेगा।
महाराज के वचन सुनकर वहां उपस्थित गांव के सभी श्रोता रोने लगे।
उन्हीं के बीच बैठा झामलु ज़ोर जोर से हंसने लगा।
महाराज को उसपर बहुत दया आयी।
उन्होनें पुछा - " क्यों हंस रहे हो ?
झामलु - "मैं इस गांव का नहीं हूँ "
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महाराज ने उसे तबला फैंक कर मारा। !!!
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